मुहर्रम के दिन देशभर में स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तर, डाकघर और कई निजी कार्यालय बंद रहेंगे। बैंक भी बंद रहेंगे, जिसका मतलब है कि अगर आपको चेक जमा करना है, ऋण की किस्त चुकानी है या कोई अन्य महत्वपूर्ण काम है, तो आप उसे 6 जुलाई तक पूरा कर सकते हैं। अगर यह छुट्टी 6 तारीख को है, तो आप अपना काम 5 तारीख को पूरा कर सकते हैं।
सरकारी और निजी अस्पताल और आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं पूरी तरह से चालू रहेंगी। पुलिस स्टेशन और अन्य आपातकालीन सेवाएं 24/7 काम करती रहेंगी। ट्रेनें और उड़ानें अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चलेंगी। हालांकि, टिकट बुकिंग काउंटर पर भीड़ हो सकती है, इसलिए पहले से ऑनलाइन बुकिंग कर लें। बस, मेट्रो, ऑटो और टैक्सी सेवाएं अधिकांश शहरों में चलती रहेंगी, लेकिन कुछ जगहों पर इनकी आवृत्ति कम हो सकती है।
मुहर्रम इस्लाम धर्म के लोगों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र महीना है। यह इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना होता है और इसे नए साल की शुरुआत भी माना जाता है | मुहर्रम मुख्य रूप से शोक और बलिदान का महीना है ।
मुहर्रम का मुख्य महत्व पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब के नवासे (नाती) इमाम हुसैन की शहादत से जुड़ा है। इमाम हुसैन की शहादत को इस्लाम में सत्य, न्याय और धर्म के लिए सर्वोच्च बलिदान का प्रतीक माना जाता है। यह हमें सिखाता है कि अन्याय और अत्याचार के खिलाफ खड़ा होना चाहिए, भले ही इसके लिए जान की कुर्बानी देनी पड़े।